उत्तर प्रदेश में बिजली चोरी के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे विद्युत आपूर्ति में सुधार और राजस्व की वृद्धि सुनिश्चित हो सके। हाल ही में मऊ जिले के चिरैयाकोट क्षेत्र में विद्युत विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है।
अधीक्षण अभियंता राकेश पाण्डेय के निर्देश पर एसडीओ अमित कुमार के नेतृत्व में बुलाकीपुरा और खीरी बाग मोहल्लों में छापेमारी की गई। इस दौरान बिना कनेक्शन बिजली उपयोग करने वाले आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही, लूम कनेक्शन लेकर घरेलू विद्युत का उपभोग करते पाए गए लोगों पर भी कार्रवाई की गई है। इसके अतिरिक्त, ओटीएस योजना के बाद भी विद्युत बिल का बकाया नहीं जमा करने पर 12 उपभोक्ताओं के कनेक्शन काट दिए गए हैं।
इससे पहले, नवंबर 2023 में मऊ में अवैध विद्युत कनेक्शन और अतिक्रमण के खिलाफ विशेष अभियान चलाया गया था, जिसमें 28 अवैध कनेक्शन पाए गए थे और लगभग 3 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया था।
प्रदेश के अन्य जिलों में भी बिजली चोरी के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। मेरठ में अक्टूबर 2024 में 16 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और 472 कनेक्शन काटे गए। संभल में दिसंबर 2024 तक 1,250 केस दर्ज किए गए और 5 करोड़ 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। इटावा में अक्टूबर 2024 में 13 लोग बिजली चोरी करते पकड़े गए और 120 कनेक्शन काटे गए।
इन कार्रवाइयों से स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश में बिजली चोरी के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे विद्युत आपूर्ति में सुधार और राजस्व की वृद्धि हो सके।